poetry

WOMEN

She saidI don’t know if I’m dead or aliveplease let me know when you bury meI don’t feel the excitement or any sensationscut my skin with a knife, that can feel bothI don’t know what to choose and what to regretplease act like me in front of otherslaughing and crying is the only thing I knowI can laugh easily over a minimalistic jokeand cry if a baby criesI don’t know a word or a sentence…

Continue reading

poetry

मैं तुम्हारी परछाई

मैं तुम्हारी परछाई हु तुम मेरे समंदर हो तुम जहां तक अपनी बाजुओं को फैलाते हो मैं भी अपनी बाहें वहां तक फैलाती हूँ वो अजनबी बैठे रेत पर कहते है शश———- सुनो समंदर की आवाज कितनी सुनहरी है लेकिन उसे नहीं पता ये हम दोनों है जो बाते करते है जब भी हमारे बिच तकरार होती है तब तब ज्वर- भाटे आते है वो चाँद इस बात का अभिलेख रखता है वो दो लोग…

Continue reading