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तलाश

ना जाने किस चीज की तलाश है मुझे चिड़ियों को तैरते देखने का या फिर मछलियों की सवारी करने का नदी को एक घूंट में पिने का या फिर समुन्दर को बोतल में भरने का अब तो सूरज भी जलाता है मुझे ये एहसास दिलाता है की वो भी है यहां फिर भी ना जाने किस चीज की तलाश हैं मुझे झरने को ऊपर उठाते देखने का या फिर मोरों को गाते सुनने का भवरों…

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A crowd inside me

Silent whispers, or deafening screamsA crowd inside me, beyond my wildest dreamsOne, two, four, six, or seven, who can say?The people inside, are here to stay Some are greedy, some lovable, others scarySome look great, while some smell like something’s not quite merryMy space is shrinking, it’s hard to breatheThe crowd’s questions, hard to leave How long will I fight, how will I survive?They tell me to stop fighting, just to stay aliveBut I can’t…

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हा मैं खूबसूतर हु

लौट कर आई हु अभी उस महफ़िल से जोरो – शोर पे था मेरे बाल के गजरे का महक माथे की बिंदी उस सूरज से काम न थी मैंने खूब सजाया था इन आँखों को काजल से , होठों को भो रंगा था लाल गुलाब की तरह वो मोती से भरी मेरी साड़ी भी सितारे की तरह चमक रही थी अब वापस आकर उतार दिए है वो सितारे, हटा दिया हैं होठों से गुलाब पोछ…

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पत्ते (The love story of leaves)

बितते – बितते बीत गया वो समय भी जब दीवानो की तरह पत्ते झल्ला कर भी सूरज को देखते थे छाव तो कही नसीब की गलियों में गुम थी तो गिर जाते थे टूट कर ही हवा भी छेड़ती थी उनको हर बार जब भी अति थी कुछ तो बह जाते थे उसमे ही आंखे बंद करते भी कब सूरज की आशिकी और चाँद की दीवानगी इतनी खूबसूरत जो थी अब जब बादल बरसे है…

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जिंदगी ( LIFE )

गम और ख़ुशी, इस जिंदगी ने सबके प्लेट में बराबर ही परोसे है हार, जित की माला लिए बैठी हु इस खाने की मेज पे तो पिने को बस आंसू ही मिले है किससे शिकायत करू मैं, इस जिंदगी की कड़वाहट की यहाँ मेरी ही तरह सबकी प्लेट कड़वे करेले से भरे है कितने भी कड़वे क्यों न हो खाना सबको ही है कभी कभी कुछ रस्गुल्ले भी दे देती है प्याले में तो बचा…

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WOMEN

She saidI don’t know if I’m dead or aliveplease let me know when you bury meI don’t feel the excitement or any sensationscut my skin with a knife, that can feel bothI don’t know what to choose and what to regretplease act like me in front of otherslaughing and crying is the only thing I knowI can laugh easily over a minimalistic jokeand cry if a baby criesI don’t know a word or a sentence…

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मैं तुम्हारी परछाई

मैं तुम्हारी परछाई हु तुम मेरे समंदर हो तुम जहां तक अपनी बाजुओं को फैलाते हो मैं भी अपनी बाहें वहां तक फैलाती हूँ वो अजनबी बैठे रेत पर कहते है शश———- सुनो समंदर की आवाज कितनी सुनहरी है लेकिन उसे नहीं पता ये हम दोनों है जो बाते करते है जब भी हमारे बिच तकरार होती है तब तब ज्वर- भाटे आते है वो चाँद इस बात का अभिलेख रखता है वो दो लोग…

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