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Today’s child

Winter froze his eyestime stopped and winds shut down still, he roams freely thoughbut his heart is covered in black no one noticed his forehead crinkleit looks like they are lifting the burden of a horrible future pot his tiny thoughts always run into his headthey seem to be doing finebut who knows how many of them are alive no one asks, no one talksnobody shows, nobody wantshe looked at me with a broken smileit…

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कहने दो इन्हे

हंस रही हो लेकिन ये बहे हुए काजल के दाग अभी भी है उस रात की बात, कहने दो इन्हे बाल तुम संवार रही हो लेकिन वो टूटे हुए बाल अभी भी बिखरे है तुम्हारे कंधे पर ये टूटे कैसे, कहने दो इन्हे कल तक तो हाथो में चूड़ियां भरी हुई थी आज कलाई सुनी है तुम्हारी वो कहां टूट कर बिखरी, कहने दो इन्हे मेहँदी भरी थी हाथों पर कल तक आज एक भी…

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Colors of me

Color of redof my rage, my anger, my heart, and my hometown romancesomething I left behind, something I’m holdinglike a garden of roses with green grasses color of greenof my trust, my acceptance, my hope, and my growthsome of them here and some of them leftlike fallen seed starting to germinate color of yellowof my ecstasy, my joy, my serenity, and my strengthI fell for something, something fell for melike a blue ocean field with…

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सितारा

उस शांत से समंदर में डूबता हुआ एक सितारा चकता है सन्नाटे चारों तरफ के खुद में ही बटोरता है अपने अकेलेपन का भोझ कैसे सहे चमकता है फिर भी अकेला है घर कहाँ है, दुब गया या कही किसी किनारे पे खड़ा है वो नाव अकेले कहाँ गई, ये बात किसको ही पता है अपने इस दर्द को कब तक सहे हर बार उसका मन उससे ये पूछता है बहता हुआ पानी और सूखती…

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A crowd inside me

Silent whispers, or deafening screamsA crowd inside me, beyond my wildest dreamsOne, two, four, six, or seven, who can say?The people inside, are here to stay Some are greedy, some lovable, others scarySome look great, while some smell like something’s not quite merryMy space is shrinking, it’s hard to breatheThe crowd’s questions, hard to leave How long will I fight, how will I survive?They tell me to stop fighting, just to stay aliveBut I can’t…

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हा मैं खूबसूतर हु

लौट कर आई हु अभी उस महफ़िल से जोरो – शोर पे था मेरे बाल के गजरे का महक माथे की बिंदी उस सूरज से काम न थी मैंने खूब सजाया था इन आँखों को काजल से , होठों को भो रंगा था लाल गुलाब की तरह वो मोती से भरी मेरी साड़ी भी सितारे की तरह चमक रही थी अब वापस आकर उतार दिए है वो सितारे, हटा दिया हैं होठों से गुलाब पोछ…

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पत्ते (The love story of leaves)

बितते – बितते बीत गया वो समय भी जब दीवानो की तरह पत्ते झल्ला कर भी सूरज को देखते थे छाव तो कही नसीब की गलियों में गुम थी तो गिर जाते थे टूट कर ही हवा भी छेड़ती थी उनको हर बार जब भी अति थी कुछ तो बह जाते थे उसमे ही आंखे बंद करते भी कब सूरज की आशिकी और चाँद की दीवानगी इतनी खूबसूरत जो थी अब जब बादल बरसे है…

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जिंदगी ( LIFE )

गम और ख़ुशी, इस जिंदगी ने सबके प्लेट में बराबर ही परोसे है हार, जित की माला लिए बैठी हु इस खाने की मेज पे तो पिने को बस आंसू ही मिले है किससे शिकायत करू मैं, इस जिंदगी की कड़वाहट की यहाँ मेरी ही तरह सबकी प्लेट कड़वे करेले से भरे है कितने भी कड़वे क्यों न हो खाना सबको ही है कभी कभी कुछ रस्गुल्ले भी दे देती है प्याले में तो बचा…

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जिंदगी

ये जिंदगी और कुछ नहीं , मेरा ही किस्सा है दोहरा कर जिऊँ या फिर एक बार सब एक ही जैसा है दिल निकल आया है हांथो में और आग लिपट जाती है आँखो से जब भी जीने का जूनून छाता है सपने लिए उड़ती हूँ मैं कही गिर न जाऊ इसका भी ख्याल आता है कभी बड़ी लगती है ये जिंदगी, तो कभी लगती है छोटी इतनी ख्वाहिशें है , कोई पीछे न छूट…

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